खोई हुई शांति

खोई हुई शांति एक आदमी एक बैंक से पैसे निकालता है और दोपहिया वाहन पर पीछे से कैश बॉक्स लेकर भाग जाता है। गाड़ी के कंपन से डिब्बा थोड़ा खुल जाता है और 100 रुपये के नोटों की एक गद्दी बाहर गिर जाती है। यह जाने बिना ही व्यक्ति भाग जाता है। (वह व्यक्ति इस कहानी में दोबारा दिखाई नहीं देगा)गिरते ही दस रुपये के 100 नोटों की खेप से केवल एक दस रुपये का नोट निकला और हवा में उड़कर कुछ दूरी पर लेट गया। रास्ते में एक शख्स आता है जहां वो दस रुपए का नोट था। इस नोट को देखकर वह बहुत खुश होता है, सोचता है, 'आज एक लोमड़ी के चेहरे के साथ जागने जैसा है'। उसने नोट लिया और होटल चला गया। दो इडली और एक कॉफी थी (मौजूदा कीमत पर),उन्होंने शेष एक रुपया पास के पिल्लैयार मंदिर बैंक में डाल दिया और पिल्लैयार को धन्यवाद दिया। वह खुशी-खुशी घर लौट आया। 99 दस रुपये के नोटों की बची हुई गट्ठर वहीं…

खोई हुई शांति

खोई हुई शांति एक आदमी एक बैंक से पैसे निकालता है और दोपहिया वाहन पर पीछे से कैश बॉक्स लेकर भाग जाता है। गाड़ी के कंपन से डिब्बा थोड़ा खुल जाता है और 100 रुपये के नोटों की एक गद्दी बाहर गिर जाती है। यह जाने बिना ही व्यक्ति भाग जाता है। (वह व्यक्ति इस कहानी में दोबारा दिखाई नहीं देगा)गिरते ही दस रुपये के 100 नोटों की खेप से केवल एक दस रुपये का नोट निकला और हवा में उड़कर कुछ दूरी पर लेट गया।
रास्ते में एक शख्स आता है जहां वो दस रुपए का नोट था। इस नोट को देखकर वह बहुत खुश होता है, सोचता है, 'आज एक लोमड़ी के चेहरे के साथ जागने जैसा है'। उसने नोट लिया और होटल चला गया। दो इडली और एक कॉफी थी (मौजूदा कीमत पर),उन्होंने शेष एक रुपया पास के पिल्लैयार मंदिर बैंक में डाल दिया और पिल्लैयार को धन्यवाद दिया। वह खुशी-खुशी घर लौट आया।
99 दस रुपये के नोटों की बची हुई गट्ठर वहीं…