तर्पण करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
प्रत्येक हाथ में तीर्थ देवदूत एक पेय पकड़े हुए हैं। अंगूठे के आधार और तर्जनी के आधार के बीच में पितृ तीर्थ है। अंगूठे के आधार पर ब्रह्म तीर्थ, तर्जनी के आधार पर ऋषि तीर्थ और हथेली पर अग्नि तीर्थ है।इसलिए तर्पण करते समय संबंधित अंगुलियों से जल डालना चाहिए।
प्रत्येक हाथ में तीर्थ देवदूत एक पेय पकड़े हुए हैं। अंगूठे के आधार और तर्जनी के आधार के बीच में पितृ तीर्थ है। अंगूठे के आधार पर ब्रह्म तीर्थ, तर्जनी के आधार पर ऋषि तीर्थ और हथेली पर अग्नि तीर्थ है।इसलिए तर्पण करते समय संबंधित अंगुलियों से जल डालना चाहिए।