सरमायथानम

सरमायथानम कलियुग में अन्याय हो रहा है उछाल का समय। लेकिन हमारे पूर्वजों ने इन अन्यायों की सजा को परिभाषित किया है। हजारों साल पहले गरुड़ पुराण में उल्लेख किया गया था कि कलियुग में दुख देने वालों का क्या होगा। अन्याय पर सवाल उठा रहे लोग एक तरफ जो अत्याचारी सवाल पूछने से डरने वाले लोगों का शिकार करते हैं, वे अपने साथ सवारी करने की आदत बना लेते हैं, आराम से रहने के लिए बड़ी संख्या में लोगों को प्रताड़ित करते हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार वे अपने सुख का फल उसी प्रकार भोगेंगे जिस प्रकार घोर नरक में भोगते हैं।यदि कोई सुख पृथ्वी पर रहते हुए सुख है, तो वही सुख दूसरों को दुख देता है, क्योंकि उस सुख के पीड़ितों को जो पीड़ा होती है, उसकी मृत्यु के बाद जो लोग इसे वासना से भोगते हैं, वे इस नरक में पहुंच जाते हैं क्योंकि उनकी वासना और उनके लिए कष्ट।वे इसे स्वयं बनाते हैं।उन …

सरमायथानम

सरमायथानम कलियुग में अन्याय हो रहा है उछाल का समय। लेकिन हमारे पूर्वजों ने इन अन्यायों की सजा को परिभाषित किया है।
हजारों साल पहले गरुड़ पुराण में उल्लेख किया गया था कि कलियुग में दुख देने वालों का क्या होगा।
अन्याय पर सवाल उठा रहे लोग एक तरफ जो अत्याचारी सवाल पूछने से डरने वाले लोगों का शिकार करते हैं, वे अपने साथ सवारी करने की आदत बना लेते हैं, आराम से रहने के लिए बड़ी संख्या में लोगों को प्रताड़ित करते हैं।
गरुड़ पुराण के अनुसार वे अपने सुख का फल उसी प्रकार भोगेंगे जिस प्रकार घोर नरक में भोगते हैं।यदि कोई सुख पृथ्वी पर रहते हुए सुख है, तो वही सुख दूसरों को दुख देता है, क्योंकि उस सुख के पीड़ितों को जो पीड़ा होती है, उसकी मृत्यु के बाद जो लोग इसे वासना से भोगते हैं, वे इस नरक में पहुंच जाते हैं क्योंकि उनकी वासना और उनके लिए कष्ट।वे इसे स्वयं बनाते हैं।उन …