महिलाएं बिना नहाए भूलकर भी न करें ये 5 काम, घर में आती है दरिद्रता

प्राचीनकाल से ही हमारी दिनचर्या को लेकर शास्त्रों में कुछ नियम बताए हैं। इन नियमों का पालन करने से न सिर्फ स्वस्थ जीवन व्यतीत करते हैं, बल्कि खुशहाल भी रहते हैं। इसी प्रकार से वेदों और पुराणों में महिलाओं के लिए कुछ नियम बताए गए हैं। इनमें यह कहा गया है कि कुछ कार्य ऐसे होते हैं जो महिलाओं को स्नान किए बिना नहीं करने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ये नियम व्यावहारिकता को ध्यान में रखते हुए और फायदे नुकसान को देखकर बनाए गए हैं। आइए जानते हैं कौन से हैं ऐसे 5 काम।

महिलाएं बिना नहाए भूलकर भी न करें ये 5 काम, घर में आती है दरिद्रता

 प्राचीनकाल से ही हमारी दिनचर्या को लेकर शास्‍त्रों में कुछ नियम बताए हैं। इन नियमों का पालन करने से न सिर्फ स्‍वस्‍थ जीवन व्‍यतीत करते हैं, बल्कि खुशहाल भी रहते हैं। इसी प्रकार से वेदों और पुराणों में महिलाओं के लिए कुछ नियम बताए गए हैं। इनमें यह कहा गया है कि कुछ कार्य ऐसे होते हैं जो महिलाओं को स्नान किए बिना नहीं करने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ये नियम व्‍यावहारिकता को ध्‍यान में रखते हुए और फायदे नुकसान को देखकर बनाए गए हैं। आइए जानते हैं कौन से हैं ऐसे 5 काम।

 

बिना स्नान किए रसोई में जाना

 

शास्‍त्रों में बताया गया है कि महिलाओं को स्नान किए बिना रसोई में जाकर खाना नहीं पकाना चाहिए। भोजन को मां अन्‍नपूर्णा का प्रतीक माना जाता है, इसलिए स्नान किए बिना शरीर पवित्र नहीं होता। ऐसे में भोजन बनाना मां अन्‍नपूर्णा का अपमान माना जाता है। मां अन्‍नपूर्णा को मां लक्ष्‍मी का रूप माना गया है। ऐसा करने से मां लक्ष्‍मी नाराज हो जाती हैं, इसलिए महिलाओं को स्‍नान करके ही भोजन पकाना चाहिए। इसका एक व्‍यावहारिक कारण यह भी है कि बिना स्‍नान के हमारा शरीर बैक्‍टीरिया और अन्‍य दूषित पदार्थों से युक्‍त होता है। ऐसे खाना बनाने से यह दूषित पदार्थ भोजन में मिलकर उसको नुकसानदेह बना सकते हैं। इसलिए शरीर को पहले स्‍वच्‍छ करें और उसके बाद खाना बनाएं।

 

खाना खाएं

 

बिना स्नान किए महिलाओं को तो क्‍या किसी को भी भोजन नहीं करना चाहिए। इसकी वजह भी स्‍पष्‍ट है कि नहाने के बाद ही हमारा शरीर स्‍वच्‍छ होता है। बिना नहाए भोजन करने से कई दूषित पदार्थ भोजन के साथ हमारे पेट में जाकर हमें बीमार कर सकते हैं। इसलिए महिलाओं के साथ-साथ बाकी लोगों को भी स्‍नान करके ही भोजन करना चाहिए।

 

बालों में कंघी

 

शास्‍त्रों में बताया गया है कि महिलाओं को स्नान करने के पश्‍चात ही अपने बाल खोलने चाहिए और उनमें कंघी करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि स्‍नान किए बिना महिलाओं के बोल खोलने से नकारात्‍मक शक्तियां आपके घर की तरफ आकर्षित होती हैं और आपके घर में दरिद्रता आने लगती है। इसलिए जब भी आप बालों में कंघी करें तो सदैव स्‍नान करने के बाद ही करें।

 

तुलसी में जल

 

शास्‍त्रों में बताया गया है कि महिलाओं को स्नान किए बिना तुलसी को जल नहीं देना चाहिए। दरअसल तुलसी को लक्ष्‍मी स्‍वरूपा माना गया है और बिना स्‍नान के तुलसी में जल देने या फिर तुलसी का पत्‍ता तोड़ना मां लक्ष्‍मी का अपमान माना गया है। इसलिए तुलसी में सदैव स्‍नान करने के बाद ही जल दें। ऐसा करने से मां लक्ष्‍मी आपके घर में वास करती हैं। कुंवारी कन्‍याओं को सदैव सिर ढककर ही तुलसी के पौधे में जल देना चाहिए।

 

धन को छूना

 

अक्‍सर देखने में आता है कि कुछ लोग बिना स्नान किए नोट गिनने लगते हैं। शास्‍त्रों में इसे गलत माना गया है। दरअसल धन को भी मां लक्ष्‍मी का ही रूप माना गया है और स्‍नान किए बिना धन छूना मां लक्ष्‍मी को अप्रसन्‍न करने के समान है। जो लोग ऐसा करते मां लक्ष्‍मी उनसे कभी प्रसन्‍न होती हैं और उन्‍हें दरिद्र बना देती हैं।