Manglik Dosh : आखिर किन लोगों की कुंडली में होता है मंगल दोष और क्या है इससे बचने का महाउपाय

कुंडली (Horoscope) से जुड़े तमाम दोषों में मंगल दोष का नाम आते ही अक्सर लोगों का मन तमाम तरह की चीजों को लेकर आशंकित होने लगता है. विशेष रूप से शादी-ब्याह के समय अक्सर इससे होने वाले मांगलिक दोष को लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ जाती हैं. ज्योतिष के अनुसार जिन दोषों के चलते विवाह में विलंब होता है या फिर कहें बाधाएं आती हैं, उनमें मंगल (Mars) दोष भी शामिल है. आखिर किसी भी कुंडली में कैसे बनता है मांगलिक दोष? मांगलिक दोष (Manglik Dosh) का क्या होता है दुष्प्रभाव और क्या है इससे बचने का महाउपाय, आइए इसे विस्तार से जानते हैं.  

Manglik Dosh : आखिर किन लोगों की कुंडली में होता है मंगल दोष और क्या है इससे बचने का महाउपाय

Manglik Dosh : आखिर किन लोगों की कुंडली में होता है मंगल दोष और क्या है इससे बचने का महाउपाय

कई बार कुछ लोगों के लिए मांगलिक (Manglik) होना जी का जंजाल बन जाता है. शादी-ब्याह से लेकर जीवन से जुड़े अन्य क्षेत्रों में मंगल से जुड़े इस दोष के कारण आखिर किस तरह की आती हैं, परेशानियां और क्या है इसे दूर करने का धार्मिक एवं ज्योतिषीय उपाय, जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.

कुंडली (Horoscope) से जुड़े तमाम दोषों में मंगल दोष का नाम आते ही अक्सर लोगों का मन तमाम तरह की चीजों को लेकर आशंकित होने लगता है. विशेष रूप से शादी-ब्याह के समय अक्सर इससे होने वाले मांगलिक दोष को लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ जाती हैं. ज्योतिष के अनुसार जिन दोषों के चलते विवाह में विलंब होता है या फिर कहें बाधाएं आती हैं, उनमें मंगल (Mars) दोष भी शामिल है. आखिर किसी भी कुंडली में कैसे बनता है मांगलिक दोष? मांगलिक दोष (Manglik Dosh) का क्या होता है दुष्प्रभाव और क्या है इससे बचने का महाउपाय, आइए इसे विस्तार से जानते हैं.

 

कैसे बनता है कुंडली में मंगल दोष

ज्योतिष के अनुसार यदि किसी की कुंडली के लग्न, चौथे, सातवें, आठवें और बारहवें भाव में मंगल मौजूद हो तो मंगल दोष बनता है. मान्यता है कि इस दोष का सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव उसके विवाह या फिर कहें वैवाहिक जीवन में पड़ता है. इस दोष के कारण पति-पत्नी के बीच तालमेल में कमी देखने को मिलती है. मंगल दोष से पीड़ित व्यक्ति् अक्सर अकेले रहना पसंद करता है.

 

मंगलनाथ की पूजा से दूर होगा मांगलिक दोष

उज्जैन का मंगलनाथ मंदिर मंगल ग्रह से जुड़े सभी प्रकार के दोषों को दूर करने के लिए महातीर्थ के रूप में जाना जाता है. कुंडली में जिस मंगल दोष होने के कारण अक्सर लोगों को विवाह में विलंब, दांपत्य जीवन में समस्याएं, कर्ज आदि की समस्याओं से जूझना पड़ता है, उससे निजात पाने के लिए इस सिद्ध स्थान पर मंगल की विशेष रूप से भात पूजा करवाई जाती है. मान्यता है कि भूमिपुत्र मंगल देवता की विधि-विधान से पूजा करने पर जीवन में सब मंगल ही मंगल होता है.

 

मां मंगला गौरी की पूजा से दूर होता है मंगल दोष

कुंडली से जुड़े मंगल दोष को दूर करने के लिए तमाम उपायों में मां मंगला गौरी की पूजा अत्यंत ही शुभ और शीघ्र ही फलदायी मानी गई है. देश के कई शहरों में मां मंगला गौरी के मंदिर हैं, जहां पर जाकर आप इस दोष से बचने का महाउपाय कर सकते हैं. मां मंगला गौरी का एक ऐसा ही पावन मंदिर बनारस शहर के बालाजी घाट के ऊपर स्थित है. मान्यता है कि यहां पर देवी के 7, 14 या फिर 21 दर्शन करने से कुंडली का मंगल दोष प्रभावहीन हो जाता है और उसके विवाह में आ रही सभी अड़चनें दूर हो जाती हैं. विवाह में आने वाली अड़चनों को दूर करने के लिए यहां पर माता को हल्दी की माला भी विशेष रूप से चढ़ाई जाती है.

 

मांगलिक दोष दूर करने का ज्योतिष उपाय

जिस किसी भी जातक की कुंडली में मंगल दोष हो, उसे इससे बचने के लिए हनुमान जी और मंगल देवता की विधि-विधान से साधना करनी चाहिए. मान्यता है कि मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा या फिर सुंदरकांड का पाठ करने से इससे होने वाले दुष्प्रभाव में कमी आती है. मंगल दोष से बचने के लिए मंगलवार के दिन लाल रंग के कपड़े, मसूर की दाल, लाल फल आदि का दान करना चाहिए. ज्योतिष के अनुसार मंगल दोष से पीड़ित व्यक्ति को कभी भी मंगल से संबंधित चीजों का दान या उपहार नहीं लेना चाहिए और न ही लाल रंग के जूते पहनने चाहिए और न ही घर में लाल रंग की जमीन बनवानी चाहिए.