Category : Bhakti

अपना नाम भूल गए हनुमान

रामायण की रचना समाप्त करने वाले ऋषि वाल्मीकि ने प्रत्येक सर्ग को अलग-अलग नाम दिया। सुंदर कांड का नाम अंजनेय के नाम पर रखा गया था।...

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साप्ताहिक प्रदोष लाभ

साप्ताहिक प्रदोष लाभ रविवार प्रदोष सूर्य की दिशा में चलने वालों को रविवार के दिन प्रथोसा अवश्य जाना चाहिए। इस प्रकार हमें भगवान सूर्य...

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भक्ति की पराकाष्ठा

भक्ति की पराकाष्ठा भक्ति रत्न वाचक के समान होनी चाहिए। मणिक्कवासक पेरू से पूछता है कि ईसाना क्या वरदान चाहता है। देखें कि भगवान मणिक्कवासक...

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साक्षीगोपाल के कथाप्रसंग

श्रीचैतन्यचरितामृत में वर्णित साक्षीगोपाल के कथाप्रसंग पर विचार करें । एक बार की बात है, दक्षिण भारत के छोटे विप्र तथा बड़े विप्र तीर्थाटन...

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पीपलकी पूजा शनिदेब से मुक्ति

सूर्य देब अपनी आंखों के सामने अपने पुत्र को जिंदा जलता हुआ देख कर बहुत दुख करते हैं और ब्रह्मा जी से उसको बचाने हेतु प्रार्थना करते...

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संत चोकमेला

चोकमेला महाराष्ट्र के एक हरिजन संत थे जो श्री रामानुज के दिनों में पंढरपुर में रहते थे अपने युवा दिनों से ही चोकमेला दलित वर्गों की...

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श्रीरामचरितमानस में शिवलिंगस्थापना

भगवान श्रीराम ने लंका अभियान के उद्देश्य से समस्त कपिसेना को आदेश दिया कि कुछ पहाड़ पर्वत समुद्र जल में डाल कर एक सेतु का निर्माण...

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वह आदमी जो आगे बढ़ गया

बहुत समय पहले, एक छोटे से गाँव में हरिदास नाम का एक गरीब आदमी रहता था । उन्होंने अमीरों के खेतों में मेहनत करके अपना जीवन यापन किया...

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मन्त्रसिद्धि

कुछ दिनों पहले एक महोदयने यह शङ्का की थी कि ' श्रीरामायणमें भरद्वाज मुनिके द्वारा सदलबल भरतजीके आतिथ्यमें जो विशाल सामग्रियोंकी व्यवस्थाका...

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भगवान का अवतार प्रसंग

श्रीपाद रूपगोस्वामी ने 'लघुभागवतामृत' ग्रंथ में भगवान के सभी अवतारों को छह भागों में विभाजित किया है, यथा - • लीलावतार - श्रीकृष्ण,...

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पद्मासन का वैशिष्ट्य

प्राचीन काल से पतंजलि आदि महर्षिगणों ने आत्मसंयम और आध्यात्मिक शक्ति संग्रह करने के लिए पद्मासन, सिद्धासन, सुखासन आदि की व्यवस्था...

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भक्ति-योग

निष्कपट रूप से ईश्वरानुसन्धान ही भक्ति योग है । प्रेम ही इसका आदि, मध्य और अवसान है । भगवद् भक्ति मे एक मुहूर्त्त उन्मत्त रहना शाश्वत...

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